प्यार किसीको करना, लेकिन –
कहकर उसे बताना क्या ।
अपनेको अर्पण करना पर–
औँरो को अपनाना क्या ।
गुणका ग्राहक बनना, लेकिन–
गाकर उसे सुनाना क्या ।
मन के कल्पित भावोँ से
औरों को भ्रम मे लाना क्या ।
ले लेना सुगन्ध सुमनों की,
तोड उन्हे मुरझाना क्या ।
प्रेम – हार पहनाना, लेकिन–
प्रेम – पाश फैलाना क्या ।
त्याग अंक में पलें प्रेम–शिशु
उनमें स्वार्थ बताना क्या ।
देकर हृदय हृदय पाने की
आशा व्यर्थ लगाना क्या ।
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Thank You very much. Raj